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What is AI in Hindi: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्या है, इसके फायदे और नुकसान

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what is AI in hindi

What is AI in Hindi: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इसके बारे में आपने जरूर सुना होगा और आजकल तो हम सभी स्मार्टफोंस में google map और Google Assistance जैसे सॉफ्टवेयर के रुप में इसका इस्तेमाल भी करते है. साथ ही आजकल Chatgpt ने वैसे भी धूम मचा रखी है, जो महज कुछ ही महीनों में बहुत ज्यादा प्रसिध्द हो गया. इस पूरे ब्रह्मांड में मनुष्य ही एक ऐसा जीव है जिसे ईश्वर ने दिमाग देने के साथ ही उसे सही तरह से इस्तेमाल करने की कुशलता भी प्रदान की है. मनुष्य अपनी बुद्धि और कुशलता की वजह से आज कहां से कहां पहुंच गया है. अपनी इस बुद्धि के बल पर इंसानों ने कंप्यूटर स्मार्टफोन जैसे कई आविष्कार किए हैं जिससे हम मनुष्यों की जिंदगी को एक नई दिशा मिली है.

टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इंसान ने इतना विकास कर लिया है, कि अब उसी की तरह सोचने समझने और अपने दिमाग का इस्तेमाल करने वाला एक चलता फिरता मशीन तैयार करने के बारे में सोच रहा है, जो बिल्कुल इंसानों की तरह ही काम करने की क्षमता रख सकता है उस एडवांस टेक्नोलॉजी से बनने वाले मशीन को ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है. इसके बारे में लोगों को ज्यादा कुछ नहीं पता इसीलिए आज हम आपके लिए इस आर्टिकल में AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी खास जानकारी लेकर आए हैं आज हम जानेंगे की एआई क्या है इसका इस्तेमाल कहां किया जाता है और इसके फायदे और नुकसान क्या हैं

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है? (What is AI in Hindi)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जिसे हिंदी में कृत्रिम बुद्धिमता कहा जाता है. यहां कृत्रिम का मतलब है कि किसी व्यक्ति के द्वारा बनाया हुआ और बुद्धिमत्ता का मतलब है इंटेलिजेंस यानी सोचने की शक्ति. एआई कंप्यूटर विज्ञान की एक शाखा है जो ऐसी मशीनों को विकसित कर रही है जो इंसान की तरह सोच सके और का कार्य कर सके. जब हम किसी कंप्यूटर को इस तरह तैयार करते हैं कि वह मनुष्य की अक्ल मंदी की तरह कार्य कर सके तो उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं. अर्थात जब हम किसी मशीन में इस तरह के प्रोग्राम सेट करते हैं कि वह एक मनुष्य की भांती कार्य कर सके उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है.

यह जो इंटेलिजेंस की ताकत होती है यह हम मनुष्य के अंदर अपने आप ही बढ़ती है कुछ देखकर कुछ सुनकर कुछ छूकर कि हम यह सोच सकते हैं कि उस चीज के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए. ठीक उसी तरह से कंप्यूटर यंत्र के अंदर भी एक तरह का इंटेलिजेंस विकसित कराया जाता है, जिसके जरिए कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम तैयार किया जाता है, जो उन्हीं तर्कों के आधार पर चलता है जिसके आधार पर मानव मस्तिष्क काम करता है.

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कंप्यूटर साइंस के कुछ वैज्ञानिकों ने एआई की परिकल्पना दुनिया के सामने रखी थी जिसमें उन्होंने बताया था कि एआई कांसेप्ट के द्वारा एक ऐसा कंप्यूटर कंट्रोल्ड मशीन या एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाने की योजना बनाई जा रही है जो वैसा ही सोच सके जैसे इंसान का दिमाग सोचता है. मानव सोचने एनालाइज करने और याद रखने का काम भी अपने दिमाग की जगह पर यंत्र कंप्यूटर से कराना चाहता है इसीलिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की प्रगति पर जोर दिया जा रहा है.

कंप्यूटर साइंस में एआई को मशीन लर्निंग के नाम से भी जाना जाता है मशीन लर्निंग एआई का एक हिस्सा है ये सिस्टम को अपने अनुभव से अपने आप ही सीखने और खुद को इंप्रूव करने की क्षमता देता है, और इसमें प्राथमिक महत्व कंप्यूटर्स को खुद से इंसान के बिना ही सीखने के लिए अनुमति देना होता है. मशीन लर्निंग कंप्यूटर प्रोग्राम्स की डेवलपमेंट पर फोकस करता है जो डाटा को एक्सेस कर सके और उसमें अपने आप सीख सके. जिस तरह मनुष्य अपने अनुभव से अपनी क्षमता को बेहतर करते हैं ठीक उसी तरह एआई के प्रोग्राम्स भी हैं जिसके जरिए मशीनस भी सीखने का काम कर सकती है. आज के समय में एआई और मशीन लर्निंग के लिए सबसे ज्यादा पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग किया जा रहा है.

AI की खोज किसने की

जब इंसान कंप्यूटर सिस्टम की असली ताकत की खोज कर रहा था तब मनुष्य के दिमाग में उन्हें यह सोचने पर मजबूर किया कि क्या एक मशीन भी इंसानों की तरह सोच सकती है. इसी सवाल से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास की शुरुआत हुई जिसके पीछे केवल एक ही उद्देश्य था कि एक ऐसा बुद्धिमान मशीन की संरचना की जाए जो कि इंसानों की तरह ही बुद्धिमान हो और उनकी तरह ही सोचने समझने और सीखने की क्षमता रखता हो.

1995 में सबसे पहले जॉन मैकार्थी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शब्द का इस्तेमाल किया था वो एक अमेरिकन कंप्यूटर साइंटिस्ट थे. जिन्होंने सबसे पहले इस टेक्नोलॉजी के बारे में सन 1956 में एक कान्फ्रेंस में बताया था. इसीलिए उन्हें फादर ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी कहा जाता है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोई नया विषय नहीं है दर्शकों से दुनिया भर में इस पर चर्चा होती रही है मैट्रिक्स, रोबॉट टर्मिनेटर, ब्लेड रनर जैसी फिल्मों का आधार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही है, जहां रोबोट का स्वरूप दिखाया गया कि कैसे वो इंसानों की तरह सोचता है और कार्य करता है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की लोकप्रियता बड़े ही जोरों शोरों से बढ़ती चली जा रही है और आज ये एक ऐसा विषय बन गया है जिसकी टेक्नोलॉजी और बिजनेस के क्षेत्रों में काफी चर्चा हो रही है. कई विशेषज्ञों और इंडस्ट्री एनालिसिस का मानना है कि एआई या मशीन लर्निंग हमारा भविष्य है. लेकिन अगर हम अपने चारों तरफ देखें तो हम पाएंगे कि यह हमारा भविष्य नहीं बल्कि वर्तमान है. टेक्नोलॉजी के विकास के साथ आज हम किसी ना किसी तरीके से एआई से जुड़े हुए हैं और इसका इस्तेमाल भी कर रहे हैं. हाल ही में कई कंपनियों ने मशीन लर्निंग पर काफी निवेश किया है, जिसके कारण कई एआई प्रोडक्ट्स और एप्स हमारे लिए उपलब्ध हुए हैं.

  • Siri: Apple phone में सिरी AI का बेहतरीन उदाहरण है. इससे आप वह सारे काम करवा सकते हैं जो आप पहले इंटरनेट पर टाइप करके करते थे.जैसे अलार्म लगाना, मैसेज भेजना आदी. सीरी आपकी भाषा और सवालों को समझने के लिए मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का प्रयोग करती है.
  • ChatGpt: चैट जिपीटी एआई का एक करिश्मा है, जिसमें आप कुछ भी टाइप करके मात्र कुछ ही सैकंड में उसका जवाब पा सकते है, यहां तक की आप इससे गणित के कठिन प्रशन हल करवा सकते है और वेबसाईट के लिए कोडिंग भी करवा सकते है.
  • Google Map: गूगल मैप में AI तकनीक का अच्छा इस्तेमाल हुआ है. ये हमारी लॉकेशन को ट्रेक करके हमें सही रास्ता बताने के लिए एआई इनेबल्ड मैपिंग का भी इस्तेमाल करती है, और हमें सही रूट बताने में मदद करती है.
  • E-Commerce Website: लोकप्रिय ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजॉन ने भी एक रिवॉल्यूशनरी ए प्रोडक्ट लॉन्च किया है जिसका नाम है ईको. यह आपके सवालों के जवाब दे सकता है आपके लिए ऑडियो बुक पढ़ सकता है, साथ ही मौसम भी बता सकता है.
  • Auto Mobile: AI का इस्तेमाल सिर्फ स्मार्टफोन में ही नहीं बल्कि ऑटोमोबाइल्स में भी हो रहा है. अगर आप कर पसंद करते हैं तो आपको टेस्ला कर की जानकारी जरूर होगी. यह कार आई का इस्तेमाल करके सेल्फ ड्राइविंग भी कर सकती है.
  • Manufectring Industry: AI का इस्तेमाल मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में जोरों से हो रहा है. पहले जो काम है सैकड़ो लोगों की मदद से होता था वही काम अब मशीन की मदद से मैच कुछ इस समय में हो जाता है.
  • Video Game: हमें वीडियो गेम्स में भी एआई की झलक मिलती है जैसे कई सारी गेम्स में आपको कंप्यूटर से खेलना होता है जैसे चेस और लूडो.

इन सब के अलावा एआई का इस्तेमाल स्पीच रिकग्निशन, कंप्यूटर विजन, रोबोटिक्स, फाइनेंस, वेदर फोरकास्टिंग, हेल्थ इंडस्ट्री और एविएशन में भी होता है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे

  • AI हमारी गलतियों को कम करने में मदद करता है और अधिक एक्यूरेसी के साथ सटीकता हासिल करने की संभावना बढ़ जाती है.
  • AI का उपयोग करने से तेजी से निर्णय लेने और जल्दी से कार्य करने में सहायता मिलती है.
  • मनुष्यों की विपरीत मशीनों को आराम और रिफ्रेशमेंट की आवश्यकता नहीं होती वो लंबे समय तक काम करने के काबिल होते हैं.
  • AI की मदद से संचार, रक्षा, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन और कृषि आदि क्षेत्रों में बड़ा बदलाव आ सकता है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नुकसान

  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लाभ अभी बहुत स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसके खतरों को लेकर कहा जा सकता है कि एआई के आने से सबसे बड़ा नुकसान मनुष्य का ही होगा.
  • AI मनुष्यों के स्थान पर काम करेंगे और मशीने स्वयं ही निर्णय लेने लगेगी, और उन पर नियंत्रण नहीं किया गया तो इससे मनुष्य के लिए खतरा भी उत्पन्न हो सकता है.
  • विशेषज्ञों का कहना है कि सोचने समझने वाले रोबोट अगर किसी कारण या परिस्थिति में मनुष्य को अपना दुश्मन मानने लगे तो मानवता के लिए खतरा पैदा हो सकता है.
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के निर्माण के लिए भारी लागत की आवश्यकता होती है. क्योंकि यह बहुत ही कॉम्प्लेक्शन होती है उनकी मरम्मत और रखरखाव के लिए भारी लागत की आवश्यकता होती है.
  • एआई कई सारी नौकरियों को मनुष्यों से छीन रही है, जिसमें भविष्य में बेरोजगारी की समस्या और भी बढ़ने वाली है.

Google CEO सुंदर पिचई का कहना है कि मानवता के फायदे के लिए हमने आग और बिजली का इस्तेमाल तो करना सीख लिया है, पर इसके बुरे पहलुओं से उभरना जरूरी है. इसी प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी ऐसी तकनीक है, और इसका इस्तेमाल भी हम बहुत से क्षेत्रों में अपने फायदे के लिए कर रहे हैं. लेकिन सच यह भी है कि अगर इसके जोखिम से बचने का तरीका नहीं ढूंढा तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. क्योंकि तमाम लाभों के बावजूद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अपने खतरे हैं.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने से हमें जो सुविधाएं मिल रही हैं या आने वाले समय में इसका मनुष्य पर कैसा असर होने वाला है, इसके बारे में आप क्या सोचते हैं अपनी राय आप हमें कमेंट में जरूर बताएं. आशा है कि आपको इस लेख के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, इसका उपयोग कहां हो रहा है, इसके क्या फायदे और नुकसान क्या है इससे जुड़ी सारी जानकारी मिल गई होगी.

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