HomeWhat isWhat is Digital Rupee | डिजीटल रुपी क्या है? फायदे और नुकसान

What is Digital Rupee | डिजीटल रुपी क्या है? फायदे और नुकसान

What is Digital Rupee in Hindi: कुछ साल पहले सरकार ने डिजिटल लेनदेन के लिए UPI की शुरुआत की थी। जिसने हम सब का काम काफी आसानी बना ।

और जब से देश में डिजिटल लेनदेन शुरू हुआ है। तब से लोगों ने अपनी जेब में कागजी नोट रखना काफी कम कर दिया है क्योंकि लोग पेमेंट करने के लिए UPI और Phonpe का इस्तेमाल कर रहे है।

लेकिन अब देश में डिजिटल रुपी की अवधारणा भी सामने आ रही है, तो चलिए जानते है की आखिर ये डिजीटल रुपी क्या है इसके फायदे और नुकसान क्या है?

एक बार प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि RBI द्वारा शुरू की गई केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा भारत की फिएट मुद्रा का डिजीटल रूप होगा। तो आखिर ये डिजीटल रुपी या केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) क्या है?

RBI ने होलसेल सेगमेंट के लिए 1 नवंबर 2022 से डिजिटल रुपी का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया था। जिसके लिए 9 बैंकों को चुना गया है. इनमें भारतीय स्‍टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक,एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और HSBC बैंक शामिल हैं।

इसके अगले ही महीने 1 दिसंबर 2022 को रिटैल डिजिटल रूपी जारी किया गया, जो सभी के उपयोग के लिए उपलब्ध होगा।

What is Digital Rupee – डिजीटल रुपी क्या है?

RBI के अनुसार डिजीटल रुपी, बैंक द्वारा डिजिटल रूप में जारी किया गया कानूनी निविदा है, जो सरकार द्वारा समर्थित है। यह कागजी मुद्रा का डिजीटल रूप है, जिसे कागजी मुद्रा के साथ विनिमय किया जा सकता है। डिजीटल रुपी को हम केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा या CBDC कह सकते है।

केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा को फिएट मुद्रा के साथ आदान-प्रदान की जा सकता है, जो ब्लॉकचेन द्वारा समर्थित वैलिड्स का उपयोग करके लेनदेन किया जा सकता है।

डिजीटल रुपी के प्रकार

  • होलसेल CBDC (CBDC-W) – इसका इस्तेमाल सरकार द्वारा चयनित वित्तीय संस्थानों के द्वारा होगा।
  • रिटैल CBDC (CBDC-R) – इस प्रकार की डिजीटल मुद्रा सभी के इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगी।

डिजीटल रुपी और क्रिप्टोकरेंसी में अंतर

हालांकि केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा की अवधारणा सीधे बिटकॉइन से प्रेरित है। लेकीन यह विकेंद्रीकृत आभासी मुद्राओं और बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो परिसंपत्तियों से अलग है, क्योंकि क्रिप्टो परिसंपत्तियां सरकार द्वारा जारी नहीं की जाती हैं और कानूनी निविदा नहीं हैं।

उपयोगकर्ता CBDC का इस्तेमाल करके घरेलू और सीमा पार दोनों प्रकार की लेनदेन कर सकता है। केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्राएं जिन्हें किसी भी बैंक की आवश्यकता नहीं होती है।

डिजीटल रुपी के फायदे

  • डिजीटल रुपी को फिजिकली कैरी करने की जरूरत नहीं पड़ती है
  • डिजिटल करेंसी से सरकार देश में आने और बाहर जाने वाले पैसे पर ज्यादा निगरानी रख पाएगी।
  • डिजिटल रूपी आने के बाद नकली करेंसी की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
  • कागजी नोटों के प्रिंटिंग का खर्चा बचेगा क्योंकि डिजिटल रूपी एक बार जारी करने के बाद हमेशा चलता रहेगा।
  • डिजिटल रुपी या सीबीडीसी ब्लॉकचेन पर आधारित होगा जिसमें सेंध लगाना या हैक करना मुश्किल होगा।
  • फिजिकल नोटों के सड़ने गलने या खोने का डर रहता है लेकीन डिजीटल रुपी सिर्फ डिजीटली मौजूद होता है इसलिए ये डर यहां पर खत्म हो जाता है।
  • डिजिटल रुपी के लिए बैंक अकाउंट की जरूरत नहीं होगी हालांकि पहली बार ये पैसा बैंक के माध्यम से ही लोड करना होगा।
  • डिजीटल रुपी में कोई ट्रांजैक्शन फीस नहीं लगने वाली है इसके विपरीत अगर आप पेटीएम से पैसों की निकासी करते हैं तो तीन ट्रांजैक्शन के बाद बैंक फीस लेना शुरू कर देता है।
  • डिजीटल रुपी ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल करता है मतलब की इसकी सभी लेनदेन ब्लॉकचेन पर स्टोर रहती है जिसे कोई भी ट्रैक कर सकता है।

डिजीटल रुपी के नुकसान

  • डिजीटल रुपी वॉलेट बनाते समय आधार कार्ड के द्वारा प्रमाणीकरण होगा जिसके बाद सरकार हर ट्रांजैक्शन को आसानी से ट्रैक कर सकती है।
  • फिजिकल कैश पर पुरी तरीके से मालिक का कंट्रोल बना रहता है जबकि डिजिटल करेंसी पर गवर्नमेंट का कंट्रोल होगा।
  • डिजिटल रूपी पर ब्याज नहीं मिलता है जबकि बैंक मैं रखे पैसे पर ब्याज मिलता है।
  • लोन लेने में दिक्कतें आ सकती हैं।

आज आपने क्या सीखा

आज इस आर्टिकल में हमने जाना कि डिजिटल रूपी क्या होता है? इसके फायदे और नुकसान क्या है? अगर आपके लिए ये जानकारी मददगार साबित हुई है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजिए।

साथ ही यह भी आशा करते हैं की डिजिटल रुपी भारत के विकास में अहम भुमिका निभाए। और UPI की तरह ही आम लोगों की जिंदगी सरल और सुगम बनाएं।

RBI द्वारा चयनित 9 बैंको के ग्राहक डिजिटल रुपया ले सकते हैं, सबसे पहले बैंक अपने ग्राहकों को डिजिटल रूपी वॉलेट उपलब्ध कराएगा, जिसमें आप डिजिटल रुपी खरीद कर रख सकेंगे।

RBI ने 1 दिसंबर 2022 को भारत के लिए डिजिटल रूपी (e₹-R) की शुरुआत की, जो इंडिया की डिजिटल करेंसी है

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